इसरो संस्थान का विश्व में वर्चस्व

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         14 जुलाई 2023 को (एलबीएम- 3 एम- 4 व्हीकल) की मदद से चंद्रयान-3 को इसरो ने 2:35 पर 900 सेकंड करीब 16 मिनट में पांच प्रक्रियाएं करके पृथ्वी की कक्षा में पहुंचा दिया।
         15 जुलाई 2023 को पहली प्रक्रिया, 17 जुलाई 2023 को दूसरी प्रक्रिया,22 जुलाई 2023 को तीसरी प्रक्रिया और 25 जुलाई 2023 को चौथी प्रक्रिया से एक से दूसरे ऑर्बिट में 71351 किलोमीटर‌‌ एक्स 233 किलोमीटर के ऑर्बिट में पहुंचाया।
         1 अगस्त 2023 को (ट्रांसलूनर इंजेक्शन) तेज धक्का से सफलतापूर्वक चंद्रयान - 3 को चांद की कक्षा की तरफ अग्रसर कर दिया।
          5 अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 चांद की कक्षा में प्रवेश कर गया।
          पहली प्रक्रिया 6 अगस्त 2023 को चंद्रयान -3 को चांद की सतह के पास भेजने की की गई। इसरो ने मून के ऑर्बिट के प्रवेश के समय की चंद्रयान-3 की तरफ से लिया गया वीडियो भेजा।
            9 अगस्त 2023 को चांद के निकट पहुंचने की दूसरी प्रक्रिया की गई। 14 अगस्त 2023 को तीसरी प्रक्रिया के बाद चंद्रयान - 3 चांद की कक्षा में चक्कर लगाने की स्थिति में पहुंचा। 6 अगस्त 2023 को चौथी फायरिंग प्रक्रिया के बाद यह 153 किलोमीटर एक्स 163 किलोमीटर की ऑर्बिट में पहुंचा।
         17 अगस्त 2023 को लैंडर मॉडल को प्रणोदय से अलग किया गया। 19 अगस्त 2023  को डी बूस्टिंग की प्रक्रिया चंद्रयान-3 की चांद की कक्षा घटाने को की, 113 किलोमीटर एक्स 157 किलोमीटर ऑर्बिट में चंद्रयान-3 को पहुंचा।20 अगस्त 2023 को दी बूस्टिंग द्वारा चंद्रयान- 3  को 25 किलोमीटर एक्स 134 किलोमीटर की कक्षा में पहुंचाया।
           21 अगस्त 2023 को चंद्रयान - 2 के ऑर्बिट ने चंद्रयान-3 का (वेलकम बडी) "स्वागत है  दोस्त" कह कर स्वागत किया। दोनों की आपस की संचार प्रक्रिया हुई, दोनों की आपकी संचार व्यवस्था द्वारा इसरो को चंद्रयान-3 की लैंडिंग के और तरीके मिले।
           22 अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 के (एलपीडीसी) से 70 किलोमीटर दूर से चांद की तस्वीर इसरो ने जारी की। 23 अगस्त 2023 को शाम 6:04 पर चांद के साउथ पोल पर खास प्रक्रियाओं द्वारा इसरो ने चंद्रयान-3लैंडर (विक्रम) की सुरक्षित, साफ्ट लैंडिंग करा दी। समस्त विश्व अचंभित था। सभी खुशी से झूम उठे और चंद्रयान-3 मिशन पूरा हो गया।
           चंद्रयान-3 की लैंडिंग दक्षिणी ध्रुव पर करने वाला भारत विश्व का पहला देश बन गया।
     चंद्रयान-3 की लैंडिंग की पूरी प्रक्रिया की फोटो ऊपर है।
       जय विज्ञान, जय हिन्द वन्देमातरम -----
         

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