राष्ट्र की प्राणवायु *श्री राम*

6 2 0
                                    

           आजादी के अमृत काल में आजादी का अमृत महोत्सव की तर्ज पर इस बार रामलीला में राष्ट्रवाद के रंग बरसेंगे। रोशनी और रंग में सराबोर तिरंगा पूरे पंडाल को अपने आगोश में ले लेगा।
           दिल्ली की सबसे बड़ी रामलीला कमेटी 1801 में अस्तित्व में आई थी। इसे बहादुर शाह के युवा हिंदू सैनिकों ने शुरू किया था।
          खंभों व गैलरी में तिरंगे नजर आएंगे, तिरंगी लाइटें, राष्ट्रवाद तथा देशभक्ति का संदेश देंगे ।        रामलीला प्रांगण में अयोध्या के राम मंदिर का 1270 फीट की ऊंचाई पर भव्य सैट भी तैयार है।
         द्वारिका सेक्टर 10 में रामलीला गेट पर कमेटी द्वारा लोगों के स्वागत के लिए इंडिया गेट की प्रतिकृति तैयार है। 1989 में लव कुश रामलीला कमेटी शुरू हुई। इसमें रामलीला का मंचन 26 सितंबर 2022 से शुरू होकर 6 अक्टूबर 2022 तक दर्शक अध्यात्म, कला, संस्कृति के प्रति भव्यता का अवलोकन कर सकेंगे।
          दिल्ली का यह रामलीला मैदान अनेकों धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, यादों को अपने आप में संजोए हुए हैं।
          रामलीला मैदान और इस मैदान में हुए हर एक कार्यक्रम और उतार-चढ़ाव के विवरण की फोटो ऊपर है।----धर्मे

आजादी का अमृत कालKde žijí příběhy. Začni objevovat