स्टैचू ऑफ बिलीफ (विश्वास स्वरूपम्)

4 2 0
                                    

आजादी के अमृत काल में भारत के धार्मिक स्थल का गौरव------
राजस्थान के नाथद्वारा में गणेश टेकरी पहाड़ी पर निर्मित विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा (विश्वास स्वरूपम), 369 फीट की ऊंचाई, 300 करोड़ लागत, 30000 टन पंच धातु का प्रयोग, 90 इंजीनियर, 300 कारीगरों की मदद, 250 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार की आंधी तथा ओलों से सुरक्षित, ऑस्ट्रेलिया के लैब में परीक्षण, 20 किलोमीटर दूर से दिखने वाली, प्रतिमा के प्रांगण से, 10 साल पहले मुरार जी बापू ने इसकी नींव रखी।
2 साल पहले कोरोना काल में प्रतिमा का निर्माण रुका, 25 फीट ऊंचे और 37 फीट चौड़ी नंदी की प्रतिमा शिव प्रतिमा के ठीक सामने, यह है शिव प्रतिमा की पूरी विशेषता।
पर्यटकों के लिए सुविधाएं और आकर्षण------
700 लोगों की एंट्री, 60 लोगों द्वारा एक बार में दर्शन, 10 - 10 के बैच में प्रतिमा के अलग-अलग दर्शन, गोल्फ कोर्स, 89 मीटर बंजी जंपिंग, विदेश के प्रशिक्षक, फूड कोर्ट, गेम जोन, जिपलाइन, गोकार्टिंग, एडवेंचर पार्क, जंगल कैफे का निर्माण, 600 गाड़ियों की पार्किंग में सहित अन्य सुविधाओं के साथ, सभी विशेषताओं के साथ पर्यटक यहां दिन भर का आनंद उठा सकते हैं।
(विश्वास स्वरूपम) शिव प्रतिमा की फोटो और अन्य जानकारियां ऊपर है।

आजादी का अमृत कालWhere stories live. Discover now