विरासत को विदाई (नूतन प्रवेश)

7 1 0
                                    

        पहला विशेष सत्र मई 2017 को हुआ था, दूसरा विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर 2023 तक 5 दिन का शुरू हुआ।
           इसी कड़ी में 17 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के 73 में जन्मदिन पर (नए संसद भवन) के गज द्वार पर भव्य कार्यक्रम की शुरुआत में हमारी शान तिरंगा फहराकर श्री जगदीप धनकर जी द्वारा पूजन किया गया, साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी की उपस्थित रहे। राष्ट्रगान के साथ तिरंगे को सलामी के साथ गौरव प्रदान किया गया।
           18 नवंबर 2023 को पुराने संसद भवन में विशेष सभा हुई इस सभा में पीएम ने नेहरू जी से लेकर अटल जी तक के, अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल, सभी सांसदों की कार्यकाल की उपलब्धियां तथा संसद के कड़वे एवं मीठे अनुभवों को व्यक्त किया पुराने संसद भवन में प्रधानमंत्री जी का यह आखिरी वक्ततव्य था। सभी पक्ष - विपक्ष के नेताओं ने भी अपने अनुभव साझा किया थोड़ी सी नोंक - झोंक भी हुई।
         गणेश चतुर्थी पर्व पर 19 सितंबर 2023 को पुराने (ससद विरासत) को भावुक विदाई देकर सभी पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने उमंग के साथ में नए संसद भवन की ओर भारत माता की जय, वंदेमातरम् के उद्घोष के साथ प्रस्थान किया।
        पुरानी यादों को जीवंत रखने तथा पुरातन विरासत को सहेजने के लिए पुराने संसद भवन का नया नाम (संविधान सदन) रखा गया। नई संसद भवन में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का पहला संबोधन हुआ उन्होंने कहा-----नया संसद भवन हमारी उपलब्धियों का हमारे देश के गौरव का प्रतीक है।
पहले दिन के सत्र में 33% महिला आरक्षण बिल (महिला शक्ति वंदन) जो 27 साल से अटका हुआ था, दोनों सदनों में पेश किया गया।

आजादी का अमृत कालWhere stories live. Discover now