संस्कार यात्रा के 100 वर्ष

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          आजादी के अमृत काल में कल बुधवार वैशाख शुक्ल त्रयोदशी 3 मई 2023 को इस संस्था ने अपने 100 वर्ष पूरे कर लिए हैं। (गीता प्रेस गोरखपुर) की स्थापना संवत 1980 में यानी वैशाख शुक्ल त्रयोदशी 29 अप्रैल 1923 को हुई थी।
          इस अवसर पर गजल, गीता गीता के पांच लोगों का सामूहिक पाठ व नाम कीर्तन के साथ उत्सव मनाया गया सभी को प्रसाद तथा पुस्तकें दी गई अब तक यह संस्थान भारतीय सनातन संस्कृति को संजोए हुए 92 करोड़ से अधिक श्री भागवत, गीता श्री रामचरितमानस, तुलसी साहित्य, पुराण, उपनिषद आदि ग्रंथ महिला एवं बाल चरित्र भजन माला जैसे अन्य प्रकाशन तथा कल्याण जैसी वाजिब मूल्यों की पुस्तकें वितरित कर चुका है।
          इस अवसर पर लीला मंदिर के लीला चित्र मंदिर में भगवान राम का दरबार सजाया गया था तारीख के हिसाब से 29 मई 2023 को भी संस्थान का समारोह मनाया गया था।
           (गीता प्रेस गोरखपुर) के 100 वर्ष पूरे होने के सम्मान में (गीता प्रेस गोरखपुर) को 7 जुलाई 2023 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने *गांधी शांति पुरस्कार* से सम्मानित किया गया है। शिव पुराण ग्रंथ का विमोचन भी किया गया।
      गीता प्रेस गोरखपुर के 100 वर्ष पूरे होने का समापन समारोह भव्यता के साथ मनाया गया। श्री नरेंद्र मोदी जी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने गीता प्रेस गोरखपुर के समारोह में शामिल हो कर जन जन को संबोधित किया।
           गीता प्रेस भवन तथा लीला चित्र मंदिर की फोटो ऊपर है।

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