घी और हल्दी से आच्छादित साबुत चावल के 5 किलो प्रति कलश वजन के पीतल के सौ कलश तैयार किए गए हैं।
5 नवंबर 2023 को सुबह रामलाला के दरबार में पूजित किए गए। राम जन्म भूमि मार्ग पर तीर्थ ट्रस्ट क्षेत्र की ओर से पूजित इन कलशों को विश्व हिंदू परिषद की सभी 45 प्रांतीय इकाइयों से आए हुए दो-दो प्रतिनिधियों को सौंप गए।
ये कार्यकर्ता असम से गुजरात तथा मेघालय, सिक्किम से लेकर केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, नागालैंड तक प्रांतीय केंदों पर ले जाएंगे वहां से जिला स्तरीय केंद्रों पर ले जाएंगे।
वहां से गांव, मोहल्ला तथा चयनित मंदिरों तक पहुंचाए जाएंगे। वहां से घर-घर तक श्री राम लाला की प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव के लिए निमंत्रण रूप में पहुंचाए जाएंगे।
श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी, इससे पहले (अयोध्या शोध संस्थान)और (विश्व विद्यालय) के बीच हुए अनुबंध के तहत 18 - 19 नवंबर 2023 को रामायण उत्सव (अयोध्या से प्रभु राम के चित्रकूट आने का) तपोभूमि के लोग मनाएंगे। जय श्री राम ------
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By DharamvatiDevi
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