तू मेरी शायरी, मेरी कविता, मेरा दोहा, मेरी नज्म
तू मेरी हसी, मेरी खुशी, मेरा दर्द, मेरी ज़ख्मतु हकीम, तु दवा, तु पट्टी, तु ही मरहम
तु ठंड, तु गरम, तु सखत, तु ही नरमतु बाग, तु फुल, तु खुशबू, तु ही ईत्र
तु कॅनवास, तु रंग, तु कुंची, तु ही चित्रतु हवा, तु धूप, तु छाव, तु बादल
तु छाता, तु ऊन, तु आंचल, तु ही काजलजिसमें तु नहीं, वह हैं ही नहीं
जहा तु नहीं, इस जहां का नहींमैं मैं नहीं, मैं मेरा नहीं
अगर तु नहीं, तो सवेरा नहींमैं हूं तुझसे ही, और तेरे लिए
जो भी थे मौसम, तेरी ही याद में जीयेअधुरी हैं जिंदगी, तेरे बगैर
तुझे चाहना ही, मानो जन्नत की सैर#SwapnilThakur
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Nadaniya...Dil Ki
PoetryThe dilemma of a heart whether to love what it has even if it's painful or to run behind what looks rosy until finding it!