सबसे ज्यादा, तुम्हें है चाहा
इतना प्यार करने वाला, तुम्हें मिलेगा कहा
ना मिली ख्वाबों में भी, मैंने ढूँढा सारा जहा
तुम से ही खिला है, मेरा ये आशियातुम हो, तो जिंदगी पूरी है
तुम बिन, जिंदगी अधुरी हैतेरी हंसी से खिलती हैं, मेरे दिल की बाग
तुझसे दूरी का खयाल भी, लगाता हैं दिल में आगरहना चाहता हू, हर पल साथ तेरे
तेरे ही संग लू , मैं अगले जनम भी फेरेतुझ बिन कैसे जिऊँगा, रहती हैं चिंता घेरे
न बिछड़ना कभी, यहीं मांगू भगवान से हर सवेरेसबसे ज्यादा, तुम्हें है चाहा
तुम ही बताओ, इतना प्यार करने वाले, अब मिलते है कहा
ना मिली ख्वाबों में भी, मैंने ढूँढा सारा जहा
तुम से ही खिला है, मेरा ये आशिया#SwapnilThakur
www.Swapnilthakur.com
18th November 2021
10 PM
TTC - 30 mins
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Nadaniya...Dil Ki
PoésieThe dilemma of a heart whether to love what it has even if it's painful or to run behind what looks rosy until finding it!