आपके होणे से घर, घर लगता हैं
आपको खोने से, बहुत डर लगता हैं...जब जाते हो घर से बाहर
ना लौटो तब तक,
नजरे बिछाते राहो परअजीबो गरीब खयाल आते हैं दिल में
कही हो तो नही, किसी मुश्किल मेंखुशहाल लौट आ, आपको जब देखू
राहत से, पलक पे पलक तभी मैं रखूमांगता हूं आपकी, लंबी उमर की दुआ
हूं मैं ऐसा जनम से, जब से आपने छुआमां आपके आँखों से, हर पल ममता छलकती हैं
पापा आपके किए त्याग को, आँखे कैसे रोकती है?मेरे लिए आप हो, मेरे जिने का मकसद
आपके ॠण तले, सदा रहे छोटा मेरा कदजीवन की सारी खुशियाँ आपको देणा चाहता हूं
ना भूलें से दुःखाऊ, बस यहीं फ़रियाद करता हूं
मैं कह पाऊ, या ना कभी आपको
ख़ुद से ज्यादा प्यार, मैंने किया हैं आपकोऔर इसीलिए,
आपके होणे से घर, घर लगता हैं
आपको खोने से, बहुत डर लगता हैं...चलो आज कह ही दिया ...
आप ही हो मेरे जीवन का दिया ...Love you,
माँ, पापा4th December 2022
#SwapnilThakur
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Nadaniya...Dil Ki
PoetryThe dilemma of a heart whether to love what it has even if it's painful or to run behind what looks rosy until finding it!