157

104 11 4
                                    

बिजली की तरह गुर्राते हो
बादलों की तरह सहलाते हो
अपने प्यार की मीठी बारिश से
मुझे सुकून दे जाते हो
कोई और मिलता नहीं क्या आपको
जो मेरे ही दिल को धडकाते हो?

क्योंकि हिन्दी में कुछ बात है...Where stories live. Discover now