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खयाल खयाल में दिल खो जाता है
धीरे धीरे फिर दिमाग सो जाता है
एक बार जो अंदर गए
बहार निकल नहीं पाते खयाल
और फिर तो वक्त बरबाद करने पर
यह मन रो जाता है

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