बताते भी तो क्या?
जताते भी तो क्या?अपनी चाहत को हम
सुनाते भी तो क्या?हमसफ़र थे शायद
हम दोनों सिर्फ नाम केनासमझी के धागों में
समझ पिरोते भी तो क्या?
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क्योंकि हिन्दी में कुछ बात है...
Poetryमेरी और मेरे दोस्तों ने लिखी हुई कुछ हिन्दी पंक्तियाँ
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बताते भी तो क्या?
जताते भी तो क्या?अपनी चाहत को हम
सुनाते भी तो क्या?हमसफ़र थे शायद
हम दोनों सिर्फ नाम केनासमझी के धागों में
समझ पिरोते भी तो क्या?