खामोशी से प्यार करते करते पता ही नहीं चला कब हम आपकी आवाज़ में खो गए।
आप पढ़ रहे हैं
क्योंकि हिन्दी में कुछ बात है...
Poetryमेरी और मेरे दोस्तों ने लिखी हुई कुछ हिन्दी पंक्तियाँ
24
खामोशी से प्यार करते करते पता ही नहीं चला कब हम आपकी आवाज़ में खो गए।