जुल्म उनके खुशी से सेह गए
आसूँ जो दिए हस कर पी गए
यह ज़ालिम ज़माना उन्हें गुनहगार कहता रहा
मगर हम उनके हर मुस्कुराहट पर उन्हें दिल दे गए।
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क्योंकि हिन्दी में कुछ बात है...
Poetryमेरी और मेरे दोस्तों ने लिखी हुई कुछ हिन्दी पंक्तियाँ
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जुल्म उनके खुशी से सेह गए
आसूँ जो दिए हस कर पी गए
यह ज़ालिम ज़माना उन्हें गुनहगार कहता रहा
मगर हम उनके हर मुस्कुराहट पर उन्हें दिल दे गए।