हवा की तरह आते हो,
वक्त की तरह चले जाते हो,
अपनी इस खामोशी से,
कभी कभी डराते हो,
क्या गम बांटना आपको मंजूर नहीं,
जो हर पल मुस्कुराते हो?
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क्योंकि हिन्दी में कुछ बात है...
Poetryमेरी और मेरे दोस्तों ने लिखी हुई कुछ हिन्दी पंक्तियाँ
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हवा की तरह आते हो,
वक्त की तरह चले जाते हो,
अपनी इस खामोशी से,
कभी कभी डराते हो,
क्या गम बांटना आपको मंजूर नहीं,
जो हर पल मुस्कुराते हो?