बातों की शुरुआत भी उन्हीं से होती है
और बातों का अंत भी उन्हीं से होता है
बस बीच में जो बकवास होता है
वही हमसे सहा नही जाता।
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क्योंकि हिन्दी में कुछ बात है...
Poetryमेरी और मेरे दोस्तों ने लिखी हुई कुछ हिन्दी पंक्तियाँ
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बातों की शुरुआत भी उन्हीं से होती है
और बातों का अंत भी उन्हीं से होता है
बस बीच में जो बकवास होता है
वही हमसे सहा नही जाता।