जिस तरह तुम याद करते थे हमें
उसी तरह हम भी याद करते थे तुम्हें
पता ही नही चला
कब इन यादों के जश्न में
हम एक दुसरे के लिए
सिर्फ एक याद बनकर रह गए।
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क्योंकि हिन्दी में कुछ बात है...
Poetryमेरी और मेरे दोस्तों ने लिखी हुई कुछ हिन्दी पंक्तियाँ
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जिस तरह तुम याद करते थे हमें
उसी तरह हम भी याद करते थे तुम्हें
पता ही नही चला
कब इन यादों के जश्न में
हम एक दुसरे के लिए
सिर्फ एक याद बनकर रह गए।