7 दर्द- ए- दिल

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पिछले chapter में पढ़ा था कि कैसे अर्पिता को सरोज मिलता है और सरोज उसे नहीं किसी और को प्रपोज कर रहा है ये बात अर्पिता को पता चलती है और वो दुखी हो जाती है और रंजना उसे समझती है ।अब आगे।
सारा सच जान ने के बाद अर्पिता एक दम से टूट पड़ी ।वो समझ गई कि क्यों saroj उस से ऐसे बर्ताव कर रहा था जैसे कि कुछ हुआ ही ना हो ,भले ही इसमें अर्पिता की गलती थी ,फिर भी सरोज का अनजान बने रह ना अर्पिता को बुरा लगा क्योंकि वो जानती है कि सरोज जिसे अपना समझ ता है उस से ज्यादा दिन नाराज़ नही रह ता लेकिन उस इनसान को sorry कह कर मानता है पहले नहीं,जिस पर भी गुस्सा होता है वो बापस उसे sorry बोल ही देता है ,लेकिन उसने sorry बोला ।अर्पिता अब सोच रही है की उस वक़्त वो गलत थी ,उसने सोचा था सयद saroj उस पर नाराज़ इसलिए नहीं है क्योंकि वो उसे खोना नहीं चाहता उसे अपना मानता है लेकिन आज अर्पिता को पता चला कि saroj ने उसे कभी अपना माना ही नहीं ।आज अर्पिता मेहेसुस कर रही है कि सपना पूरे होने से पहले ही टूट जाने का दर्द।जिसे अपना माना था वो असली में किसी और का है ,उसका नहीं।ये सब सोचते हुए अर्पिता का दिल टूट गया ।आज उसे पता चल गया कि जब सबसे ज्यादा आप जिसे चाहते हो वो दूर हो जाए तो कितना दर्द होता है।उसने Saroj को जितना चाहो उतना कोई भी चीज नहीं चही ।अब क्या होगा यही सोच रहिठी अर्पिता ।अब सोच रही थी कि अब जब liza को प्रपोज कर ही दिया होगा saroj ने तो वो दोनो अब बेफिक्र बाते करेंगे किसिसे चूपना नहीं पड़ेगा,अर्पिता बस यही सोच रही है की कैसे देखेगी अपने प्यार को किसी और के साथ।गलती तो उसकी ही है अगर वो पहले बता देती तो ऐसा कुछ भी नहीं होता।ये सब सोचते सोचते वो कब घर आगई है रंजीता के साथ उसे पता ही नहीं चला।रंजीता उसे घर में चोद कर फिर से समझ कर चली जाती है।
अर्पिता घर लोट कर फिर्स मुंह फूला कर बैठी । किसी से कुछ नहीं कहा । कमरे में पहुंच कर उसने सोचा mind divert करने केलिए कमरे की थोड़ी साफ सफाई की जाए,ताकि किसीको कुछ पता ना चले कि क्या हुआ है ।अर्पिता ने सोच लिया कि अब वो कुछ ना होने जैसा बर्ताव करेगी सब के साथ ।फ्रेश हो कर आने के बाद वो कमरे की साफ सफाई में लग गई ,तभी दादी आकर बोला ,"आज तो बारिश होने वाली है!आज अर्पिता सफाई कर रही है वो भी इस वक़्त,साम को अपनी सारी सीरियल को छोड़ कर ये लड़की आज सफाई कर रही है ,ये तो बड़ी हैरानी की बात है।"अर्पिता ने सब कुछ सुनकर भी कुछ नहीं बोला बस सफाई में लगी थी ।दादी उसको थोड़ी डर देख के चली गई अपने काम करने।
सफाई करते करते अर्पिता को एक डायरी मिला ।करीब 2 -3 साल पहले लिखा करती थी वो डायरी।उस डायरी को उसने बस अपने सपनों के राकुमार को इंतजार करते करते लिखा था,या कहा जाए तो उसने "अर्पित"के बारे में लिखा था।वो अर्पित जिसे वो  चाहती थी ,भले ही उसे नहीं पता ऐसा कोई इनसान सच में इस दुनिया में है भी या नहीं ।लेकिन जब saroj उसकी ज़िन्दगी में आया तो उसने अपनी डायरी बदल दी।
सबको थोड़ी confusion होती होगी अर्पित को लेकर ।उस confusion को हम अगले chapter में दूर करेंगे।

Arpit Ki ArpitaWhere stories live. Discover now