3 एक नया इनसान अर्पिता की ज़िन्दगी में

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पिछली part में पढ़ा था कि दोस्तों कि बात सुनकर अर्पिता मुस्कुरा कर वहां से चालीगई ।अब देखते हैं आगे क्या होगा।
अर्पिता 14 साल की उम्र से अपने अर्पित कि wait कर रही थी ,उसे पता नही था कि ऐसा भी कोई है या नहीं ,एक ऐसी चीज की इंतजार में थी जो उसे कभी मिलेगा या नहीं उसे नहीं पता था ,फिर भी अपने अर्पित की इंतजार में थी।
ऐसे ही कुछ साल बित गए । अब अर्पिता 18 साल की हो गई थी और graduation केलिए college में join हुई।उस वक़्त भी जब उसे कोई पूछता था कि तेरा कोई boyfriend है या नहीं ?तब भी वो कहती थी कि उसे तो बस अपने सपनों के रजकुमार से प्यार करना है और किसी से नहीं ।लेकिन ऐसा कब तक चलता , सपनों के पूरे होने की इंतजार में भला कौन कितने दिन रह पाता है । अब अर्पिता की ज़िन्दगी में एक नया मोड़ आया ।उनके college में सरोज नाम का एक लड़का अर्पिता की ही कक्षा में पढ़ता था। वो लड़का दिखने में इतना सुन्दर नहीं था पर उसे किसी से भी ज्यादा बातें करना पसंद नहीं था बस पढ़ाई में ध्यान देता था। लड़कियों की इज्ज़त करता था।एक अच्छा student था। अर्पिता को धीरे धीरे उसकी सारी आदतें अच्छे लगने लगी और वो अपने सपनों के रजकुमार के बारे में धीरे धीरे सोचना बंद करने लगी।अब उसके दिल और दिमाग में बस saroj ही था।ऐसे ही 6 महीने बीत गए उसे सरोज से प्यार होते हुए।एक दिन उसके दोस्तों ने फिर से पूछा की क्या अब भी वो अपने सपनों के रजकुमार का इंतजार कर रही है या फिर कोई मिल गया ?तब अर्पिता ने कहा "नहीं अब सपने के राजकुमार अर्पित कि इंतजार नही,क्योंकि अब कोई और मिलगाया 😊।"तब उसकी दोस्तों ने excited होके पूछा "कौन है वो?जो कि अर्पिता के सपनों का राजकुमार अर्पित कि जगा के गया?कौन है वो जिसने अर्पित की अर्पिता का दिल आसानी से जीत लिया।"तब अर्पिता ने कहा," अब अर्पित कि अर्पिता नहीं बल्कि किसी और कि होना चाहती हूं, कयों की मुझे तो पता ही नहीं ना सचमे कोई अर्पित मेरे चाहने जैसा है या नहीं।अब कोई और आगया है।तुम लोगो को पता है ना हमारा class मते सरोज ,वो मुझे पसंद है।"उसकी सारी दोस्तों ने एक साथ "oh!my God"केहीट हुए उसे पूछा कि कब उसे प्यार हुआ और उसने saroj को अबतक कहा या नहीं।तब अर्पिता ने कहा,"6 महीन हो गए हैं मुझे उस से प्यार होते हुए,पर उसे कहने की हिम्मत नहीं आ रही है,पता नहीं क्या होगा?"तब उसके दोस्तों ने उसे कहा कि " प्यार किया तो डरना क्या?,अभी जाके बतादे वरना late कर्डिया तो ज्यादा late ना हो जाए और कोई ना बोल दे।जल्दी से बता दे।"तभी अर्पिता ने कहा नहीं बता सकती वो क्यो की उसे अपनी परिवार के इज्जत की परवाह है और अभी से ये सब उसे पसंद नहीं ,उसे कब प्यार हुआ वो नहीं जान पाई पर उसका मान ना ये था कि अगर अभी वो इस चक्कर में पड़ेगी तो अपनी पढ़ाई में ध्यान नहीं दे पाएगी,इसीलिए वो अभी नहीं बता रही है सरोज को।
वो सोच रही है की जब सही समय आएगा तब बता देगी।

अब अगले chapter में देखते हैं क्या अर्पिता बता पाएगी सरोज को ?क्या अर्पिता सच्मे भूल गई है अपने सपनों के राजकुमार अर्पित को? क्या अर्पित की अर्पिता किसी और की हो पाएगी?

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