चलिए अब जानते हैं अर्पिता की सपनों का राज कुमार कैसा है।
अर्पिता को बचपन से सपने देखना अच्छा लगता था वो बचपन से ही फ्यूचर के बारे में सोचा करती थी।जब वो 14 साल की थी तब एक दिन उसके दोस्तों ने ऐसे मजे में ही पूछ लिया "आज कल सबको इस उम्र में भी एक एक लड़का पसंद होता है ,क्या तुझे कोई पसंद नहीं ?"तब अर्पिता ने जोरो से हसा और कहा "पसंद है ना मुझे मेरा सपनों का राज कुमार पसंद है,और मुझे जैसा लड़का पसंद है सायाद वो इस दुनिया में होगा ही नही, मतलब मुझे जो जो चीज चाहिए अपने पार्टनर में वो वो चीज जिसमें होंगे ही नहीं,इसी लिए मुझे मेरे सपनों का राकुमार ही पसंद है और कोई नहीं"।ऐसा सुनने के बाद अर्पिता की दोस्तों ने पूछा "चल बता तुझे तेरे पार्टनर में क्या क्या चाहिए "?
तभी अर्पिता ने मुस्कुराते हुए कहा," मुझे ऐसा लड़का चाहिए जिसका नाम मेरे नाम से मिलता हो मतलब उसका नाम "अर्पित "हो ,और दिखने में पूरी तरह से गोरे रंग का हो ,और मा बाप का इकलौता बेटा हो,और वह एक software engineer हो,ज्यादा बातें करना पसंद ना हो बस मेरी बाते सुन ,समझ दार हो,दिल में किसी केलिए नफरत ना हो,और थोड़ी मेरी तरह हो,और...." इतने केहेते ही उसके दोस्तों ने कहा "बस कर अब कितना हसाएगी,ये जो तुम ने कहा सब ठीक है पर उसका नाम...तू अगर एइसिन्ही ढूंढती रही ना तो बूढ़ी ही जाएगी ,ऐसा लड़का कभी पैदा होगा भी?भले ही एक लड़के का नाम अर्पित ही पर बाकी जो सब तूने सोचा है वो सब मैच करेंगे इसकी कोई guarantee नही है ना,चल अब सपने देखना बंद करदे अर्पिता!तुझे कुछ नहीं मिलने वाला "। तभी अर्पिता सिर्फ मुस्कुराई और वहां से चलिगई।
अब आगे देखते हैं क्या सच में उसके ज़िन्दगी में कोई नहीं आएगा या फिर उसका अर्पित ही आएगा।