मुलाक़ात

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मुलाक़ात


मैं उस मुलाक़ात को मुलाक़ात नहीं मानता
वह बस दो दिशाओं का कुछ पल ठहर जाना था,
जब वह पल बीत गए,
तो हम फिर से वही हो गए जो थे,
दो अलग अलग दिशाएँ। 


- ऑगस्ट

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