28. राहत

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कुछ पल की हसी में,

ख़ुशी का पता ढूंढ लो!

चहचहाती मुस्कान से,

अँधेरे में छिपी चंद भर रोशनी ढूंढ लो!

गम के इस सफर के,

मुसाफिर तो सभी है;

इस लम्बी सी राह में,

मुट्ठी भर राहत ढूंढ लो!

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Syaahi !Where stories live. Discover now