हौसला

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हौसला रख एक दिन, वो मंजर भी आयेगा
प्यासे के पास चल कर, समंदर भी आयेगा

जमाने के सारे सूरज, तेरी पनाह में होंगें
तकदीर का कभी ऐसा,बंवडर भी आयेगा

जिंदगी के तमाशे में, सभी तेरे साथ चलेंगें
मदारी भी आयेगा तो कलंदर भी आयेगा

सच और झूठ में से, ये सोच कर चुनना
जो बाहर होगा वही तेरे अंदर भी आयेगा

शायरी ,कविता, प्यार और कुछ जिंदगी Where stories live. Discover now