दीवाली की प्रार्थना

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दिये ही नही आपके दुख भी जलें
सुख समृद्धि के सारे फल भी मिलें
खायें आप मिठाई चाहे जितनी पर
वजन के कांटे की कभी सुई न हिले

सरस्वती जी बैठें आपके माथे पर
लक्ष्मी जी सदा आपकी जेब में रहें

बास करे अप्रूव छुट्टियाँ हमेशा ही
साल की दो तरक्कीयाँ फिक्स रहे

बच्चे चलें आपके कहे अनुसार
बीवी भी सदा आपकी बात सुने

मिठाई की तरह आप भायें सबको
राकेट की तरह आप आसमान छुऐं

जिंदगी की मुश्किलें रहें दूर आपसे
खुशियाँ ही खुशियाँ जीवन में मिलें

सामान खरीदें आप हमेशा आधे पर
बेचते वक्त आपको दुगना दाम मिले

हो जायें कविताऐं मशहूर आपकी
मोदीजी भी रोज आपके लेख पड़ें

अनुज

शायरी ,कविता, प्यार और कुछ जिंदगी Where stories live. Discover now