51 वॉ दिन - 28 सितम्बर कठूआ, जम्मू कष्मीर, उद्यमपूर

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51 वॉ दिन - 28 सितम्बर कठूआ, जम्मू कष्मीर, उद्यमपूर

दीपसिंह सराय में रात ठहरकर हम सुबह जम्मू के लिए रवाना हुए। जम्मू कष्मीर की सीमा पर हमारा स्वागत पूर्व सांसद शेख अब्दुल रहमान ने किया। कठुआ में पूर्व विधायक सागरचन्द, श्री आर.डी खजुरिया, श्री इन्द्र मोहिन्दर तारसिंह, सुषील गुप्ता, राजेष वर्मा, कुलदीप सिंग एवं अन्य साथी कठुआ कार्यक्रम में मौजूद थे। इन्टरनेषनल पार्टी डेमोक्रटिक के अध्यक्ष श्री आरडी खजुरिया ने कहा कि मुझे खुषी है कि भारत की जो जरूरत है उस काम को करते हुए डॉ0 सुनीलम् हिन्दुस्तान से आए है। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में 323 परिवार राज कर रहे है। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार का रोना रोते है लेकिन कोई रास्ता नही बताता। डॉ0 सुनीलम् रास्ता बता रहे है। उन्होंने कहा कि हमे अपने पडौसी देषो के साथ लडने की जरूरत नही बल्कि शांति की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारी देषद्रोही होता है। युवा नेता पंकज डोगरा ने डॉ0 लोहिया के बारे में विस्तृत विचार रखे उन्होंने कहा कि डॉ0 लोहिया के संसद में पहुंचने के बाद ही वास्तविक लोकतंत्र कायम हुआ था तथा सषक्त विकल्प दिखाई पडा थ। सुषील गुप्ता ने कहा कि जम्मु की तकलीफे अलग है 1947 में 5 लाख हिन्द जम्मु आए थे उन्हें अब तक नागरिकता नही दी गई है। पाकिस्तान से आकर यदि कोई प्रधानमंत्री या गृहमंत्री बन सकता है। हम पॉच लाख लोगो को नागरीकता क्यों नही मिल सकती? श्री सागरचंद ने कहा कि जब तक 6745 जातियो में देष बंटा रहेगा तब तक देष की तरक्की नही हो सकती। हवाई जहाज से चलने वाले आम आदमी की बात करे तो उसका कौन भरोसा करेगा? श्री सरजुसिंह ने कहा कि पष्चिम पाकिस्तानी और हिन्दुस्तानीयो के बीच भेदभाव खत्म करने की जरूरत है। शेख रहमान ने कहा कि यदि डॉ0 लोहिया के पास हिन्दुस्तान का राज आ गया होता तो आज हिन्दुस्तान की हालत अलग होती। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेेस और भाजपा ए और बी टीम के तौर पर काम कर रही है हमे तीसरी शक्ति की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल जी ने शुरूआत लोकतांत्रिक समाजवाद से की लेकिन नीतिया पूंजीवाद की चलाई। उन्होंने कहा कि हमारे विदेष मंत्री 1.25 लाख रूपये प्रतिदिन के कमरे में रूकते हैं दुसरी ओर 84 करोड लोग 20 रूप्ये दिन पर जीविकापार्जन करते है।

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