Chapter- 3

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नन्ही बच्ची की मां में चुड़ैल की आत्मा का वास मानने वाले वे क्रूर निर्दयी अंधविश्वासी गांव वाले मां को काल के गाल में समा कर चैन की सांस लेकर, अपने-अपने घर चले गए। किंतु उजड़े चमन का एक नन्ना फूल पानी में तैर रहा था। डूब रहा था। तालाब में डूबती उतरती नन्ही बच्ची शायद अंधेरे की वजह से किसी को नजर नहीं आई लेकिन राह गुजरते,जादूगर के पालतू कुत्ते की नाक ने,वहां मनुष्य की गंध पाकर आगे बढ़ने से इंकार कर दिया। और इधर उधर सूंघने लगा। एकदम बदहवास एक इंसान की माफिक,
और शायद उसके कानों में बच्ची के फेफड़ों में भर गए गंदे पानी के बाहर बनते बुलबुलों की आवाज भी पहुंच रही थी।उस सह्रदय जानवर ने आव देखा न ताव एक छलांग मारकर तालाब में कूद पड़ा। और कुछ दूर ही अंतिम सांसे गिन रही नन्ही जान के पास पहुंच गया।कुत्ता जादूगर का था। शायद उसमें भी कुछ जादू का अंश रहा हो। मुंह में कपड़े को दबा कर कुछ पल में ही तालाब के किनारे लाकर उस  बच्ची को पटक दिया।जादूगर जादू तो जानता था पर इतना बड़ा जादूगर नहीं था। कि एक मृतशैया पर पड़ी बच्ची में जान डाल सके। बच्ची की आंखें कुछ कहने लायक रही न थी।पत्थर बन चुकी थी,और मुंह से झाग जैसे आ रहे थे। जादूगर भी दुख में डूब गया। किंतु अचानक उसके मस्तिष्क में एक धुंधली सी पड़ी एक याद ने करवट ली।और यह करवट  शायद मंजरी के जीवन और मृत्यु के बीच के रहस्य पर प्रकाश डालने के लिए काफी थी।और यही करवट पृष्ठभूमि बनी उस स्वर्णिम इतिहास की जिसको भविष्य में घर-घर में मानस मंजरी एक प्रेम कथा के रूप में पढ़ा सुना और जाना जाएगा।"ऐसी मेरी धारणा है"।जादूगर ने नन्ही बच्ची की नब्ज टटोलने की कोशिश की,किंतु कुछ समझ में न आया बस यकायक फिर याद आई, बचपन की वह घटना जब वह अपनी मां के साथ पानी भरने गया था, और उसकी मां का पैर फिसला और नदी में जा गिरी। आसपास मौजूद लोगों ने आनन-फानन में उसकी मां को निकाला और कैसे प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा उसकी मां के पेट में भरा पानी निकाल कर उसे जीवन प्रदान किया।बस यही युक्ति उसने उस बच्ची पर इस्तेमाल की और कामयाब रहा। उस बच्ची को बचाने में। बच्ची को जब होश आया उसके मुंह से धीरे धीरे अम्मा-अम्मा शब्द ध्वनि सुनाई दे रही थी। जादूगर की आंखों से आंसू झरने लगे।उसका हृदय स्नेह से पिघलने लगा। वह बच्ची के पूर्ण रूप से चैतन्य होने का इंतजार करने लगा।कुछ घंटे बाद बच्ची बोलने लायक हो सकी। बस एक ही रट लगाए थी, मुझे यहां से ले चलो वह लोग मुझे मार डालेंगे।..................

यही बच्ची इस प्रेम कथा की मुख्य नायिका है। और शायद आप समझ ही गए होंगे वह है मानस की प्रेमिका-- "मंजरी"और रहस्य,तिलिस्म ,और जादू का मंजूषा.... शेष आगामी अंकों में पढ़ते रहिए निरंतर मानस मंजरी एक प्रेम कथा
                                    अन्जुला #dranjulasharma

मानस मंजरी एक प्रेम कथाWhere stories live. Discover now