आज सिखी हुई चीज़
कल काम नही आती
कल क्या नया लाएगा
ये सोच के नींद भी नही आती
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क्योंकि हिन्दी में कुछ बात है...
Poetryमेरी और मेरे दोस्तों ने लिखी हुई कुछ हिन्दी पंक्तियाँ
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आज सिखी हुई चीज़
कल काम नही आती
कल क्या नया लाएगा
ये सोच के नींद भी नही आती