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❤️❤️❤️❤️❤️#सपने
ये कोहरा कब हटेगा?
कब निकलेगी वो धूप?
इस छोटे से एक पल में
सारा धरती हो गया है चुप।रात का अँधेरा तो चला गया
पर सूरज का चेहरा अभी भी है गुम
इस खामोशी के बस दो ही हक़दार है
मैं और मेरे सपनों वाले तुम!क्या सपना, क्या हकीकत,
कैसे करे इसकी फर्क़ हम?
क्यूंकि आंखें खोल के भी मैं
वही सपना देखती रहती हूं हरदम!
#कुछ_लम्हें❤️❤️❤️❤️❤️
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STAI LEGGENDO
कुछ सपने और कुछ पंक्तियां
Poesiaसपने तो बहुत देखते है हम। कभी कभी दो चार शब्द लिखते भी हैं। पर किसी दिन हम कविता के छंदों में ही अपने सपने सजाते हैं। ~~~~~ बस कुछ बातें ऐसी ही है इस कविता संग्रह में! Dedicated to - Mr शब्दों के जादूगर because he inspires me and guides me to try...