आस बाकी हैं

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मीलों चलने पर भी थका नहीं हूं मैं, 
मुझमें कुछ करने की आस बाकी है, 
ये जहां छोड़ने से पहले, 
अभी कुछ सांस बाकी हैं,
ता-उम्र मुसीबतों के बाद भी,
दर्द का साथ बाकी हैं,
शायद कुछ किस्सों को खत्म करने के लिए,
थोड़ी-सी बात बाकी हैं,
जख्म कम न थे,
पर फिर भी आंसूओं का अहसास बाकी हैं,
हम तो उम्रभर तन्हा ही थे,
पर कुछ भूल जाने के लिए  तेरी याद बाकी हैं।

                                                - shubham

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