क्या दोबारा प्यार और भरोसा हो सकता है??
क्या दोबारा मेरा दिल तेरे नाम पर धड़क सकता है??शायद नहीं 🥺...
काँच सा दिल था मेरा,
दरारें ज़रूर हैं पर टूटा नहीं...इस मोहब्बत के सफ़र में अकेला हमसफर तू ही तो नहीं
भरोसा मैंने किया तुझ पर ये गलती मेरी ही हैं,
पर ग़लती ही तो है....
गुनाह तो हमने किया नहीं
ČTEŠ
💞अनकही बातें 💞
Poezieसोच हो तो कुछ शब्दों में ज़ाहिर कर दू.. मेरे ख्याल हैं जनाब लफ़्ज़ों के मोहताज़ कैसे हो सकते हैं