Workers Stories

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3 Stories

यह घर, और कितनी दूर है...?? by Amitkori428
#1
यह घर, और कितनी दूर है...??by Amit kori
हम मज़बूर हैं, क्योंकि हम मजदूर हैं सूखी रोटी से पेट भरने की तो दूर, यहां तो खाने को साफ हवा तक नहीं लेकिन इस कमबख़्त भूख का क्या करें साहब, इसकी तो कोई दवा तक नहीं
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मरता मजदूर by Atulswarnkar281
#2
मरता मजदूरby Atul Swarnkar
This poem shows the difficulty of migrant workers amid COVID-19 pandemic.
नज़रों की असमंजस by utkarshjoshi007
#3
नज़रों की असमंजसby DEVASHISH JOSHI
इंसान कई बार सामने वाले को छोटा समझ उसका अपमान कर देता है, पर भूल जाता है की उसका खुद का विरोध उसे चुभ जाता है। और जब एक करीबी अपमान कर देता है, तो सिर्फ एक असमंजस रह जा...
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