इंसान कई बार सामने वाले को छोटा समझ उसका अपमान कर देता है, पर भूल जाता है की उसका खुद का विरोध उसे चुभ जाता है। और जब एक करीबी अपमान कर देता है, तो सिर्फ एक असमंजस रह जाती है। ऐसा ही कुछ यहाँ हुआ है.........
इंसान कई बार सामने वाले को छोटा समझ उसका अपमान कर देता है, पर भूल जाता है की उसका खुद का विरोध उसे चुभ जाता है। और जब एक करीबी अपमान कर देता है, तो सिर्फ एक असमंजस रह जाती है। ऐसा ही कुछ यहाँ हुआ है.........