अगले दिन 15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस है। इसी उपलक्ष्य में कालेज में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों कि आयोजन किया गया है ।साक्षी एक प्रतिभावान छात्रा के साथ साथ एक अच्छी नृत्यांगना और कुशल वक्ता भी है जो हर सांस्कृतिक कार्यक्रम में बढ चढकर हिस्सा लेती है। इस बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कालेज के विशेष अतिथियों में नेता ओ.पी. सिंह भी आ रहे हैं।
सारे कार्यक्रम की तैयारी हो चुकी है और अतिथि लोग भी धीरे धीरे अपनी अपनी कुर्सियों पर बैठ चुके हैं। तभी सभी अध्यापकों, छात्रों और अतिथियों का स्वागत करती हुई एक मीठी सी आवाज सुनाई दी और सब शान्त हो गए । दरअसल यह मीठी सी आवाज किसी और की नही बल्कि कार्यक्रम का संचालन करने वाली साक्षी की ही है। साक्षी की आवाज और उसके बोलने के अन्दाज ने सबको स्तब्ध कर दिया। ओ.पी. सिंह जी को खुद यकीन नही हो रहा था कि उनकी पार्टी में गुमसुम सी रहने वाली उनके मित्र की लडकी इतनी काबिल और प्रतिभाशाली है। फिलहाल कार्यक्रम शुरू हो गया और सभी प्रतिभागियों ने अपना अपना प्रदर्शन आरम्भ किया। देश भक्ति के गीत और छात्रों के भाषण के बाद अब बारी आ गई लोकनृत्य की। नृत्य करने के लिए जैसे ही साक्षी स्टेज पर उतरी पूरा कालेज तालियों से गूंज उठा। ऐसा लगा कि कोई छात्रा नही बल्कि कोई अभिनेत्री स्टेज पर उतरी हो। साक्षी ने अपने नृत्य से अपनी अदाओं से सबका मन मोह लिया। हर जुबाँ पर सिर्फ साक्षी की ही तारीफ है।
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साज़िश
Mystery / Thrillerइश्क करना गुनाह नही है पर आँख बन्द करके किसी पर भी विश्वास करके इश्क करना बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है। आप किसी साज़िश का शिकार भी हो सकते हैं।