Day - 2

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अगले दिन ठीक उसी समय आदित्य आया और पूछने लगा कि फिर क्या हुआ था?? आपको अपना वोह दोस्त मिला था??

Me: हां, एक दिन मैं इसी तरह समुंदर की ओर देख रहा था और अचानक से किसी ने पीछे से आकर मेरी आंखे बंद कर दी और पूछा पहचान कोन हूं मैं?? वोह आवाज़ सुनकर मैं एकदम खुश हो गईं क्योंकी वोह और कोई नही पर मेरे बचपन का दोस्त राहुल था।
जिसे मै सालों से नहीं मिली थी। उसकी मुस्कान ने मुझे पुरानी यादों में ले जाकर मुझे एक नए सफ़र का इज़हार करने पर मजबूर कर दिया।

Aditya: और फिर?

Me: और फिर राहुल ने मुझसे कहा कि, "तुम्हें इस समय यहां पाना मेरे लिए सच्ची खुशी का संकेत है।" उसके बाद हमने एक दूसरे के साथ बिताए गए पलों को याद किया और पिछले सालों की बातें बयां की।फिर हमने मिलकर उन पुरानी यादों को नए रंगों में रंगने का निर्णय लिया। और तभी, अचानक से हमें यहाँ कुछ अजीब सी आवाज़ें सुनाई देने लगीं। कुछ अजीब सी आवाजें सुनाई देने लगीं वह एक गुप्त ध्वनि थी, जैसे यहां कुछ छिपा हुआ हो।

Aditya: क्या छुपा हुआ था???

Me: हम भी इसी उत्सुकता से उस अपरिचित ध्वनि की ओर बढ़े और वह स्थान जो हमेशा सामान्य लगता था वह अब अजीब और अनोखेपन से भरा हुआ लग ने लगा था, मानो यह किसी दूसरी दुनिया की ओर जाने का पर्दा हो और यह जगह अपने पुराने राज़ खोलने का इंतज़ार कर रही हो। उस के बाद, सूर्य के प्रकाश के पीछे, चंद्रमा की रोशनी के साथ, हम इस अज्ञात स्थान के रहस्यों का पता लगाने में लग गए।

Aditya: तोह क्या आपको उस रहस्यों का पता चला??

Me: हाँ, जैसे ही हम वहां की गुप्त ध्वनि की ओर बढ़े, हमें एक रहस्यमय पथ पर ले जाने वाला एक पुराना पुस्तकालय दिखाई दिया। उसमें अनगिनत पुरानी पुस्तकें थीं, जिनमें छुपी हुई जादुई कहानियों का संग्रह था।

Aditya: वाह! फिर क्या हुआ?

Me: हम एक खास पुस्तक में एक अत्यंत प्राचीन जादूगर की कहानी पाए, जिसने इस जगह को एक रहस्यमय और जादुई स्थान में बदल दिया था। उसकी शक्तियों का सीधा संबंध इस स्थान के प्राचीन राजा के साथ था।

Aditya: फिर आपने क्या किया?

Me: हमने उस पुस्तक से एक पुराने मंत्र का पता लगाया, जिसका उपयोग करके हम इस स्थान को पुनः सामान्य जगह में बदल सकते थे। हम ने मंत्र का उपयोग किया और यह जगह वापस से सामान्य हो गई, लेकिन इस रहस्यमय सफलता के बावजूद, हम अब तक वहां के जादूगर की असली पहचान नहीं कर पाए हैं।

Aditya: क्या वह जदूगर हमें भी मिलेगा?

Me: हाँ, लेकिन इसके लिए हमें एक और रहस्य का समाधान ढूंढना होगा, जिससे हम उसे पहचान सकें और वह हमें और नए आद्भुत सफरों में ले जा सके।

Aditya: यह तो बहुत ही रोमांटिक है! फिर हम आगे कैसे बढ़ेंगे?

Me: आगे की कहानी कल सुन लेना बेटा, अभी दोपहर के भोजन का समय हो गया हैं पहले कुछ खा लो बेटा।

Aditya: ठीक हैं मैं चलता हुं, कल फिर आऊंगा।












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