यार ये बड़े भाई ऐसे क्यों होते हैं
बाप जैसा प्यार करेंगे
बच्चो जैसी हरकत
कुछ गलत करने पर बहुत डांटे है
बिना कुछ करे ही मार के भाग जाते हैंयार ये भाई ऐसे क्यों होते हैं
मम्मी की डांटे से मुझे बचाते है
और खुद मुझे चार बाते सुनाते हैं
हर वक्त मुझे सताते रहते हैं
लेकिन कोई और सताए
तो वो नहीं सहते हैयार ये भाई ऐसे क्यों होते हैं
मुह पर बेज्जती करेंगे
पीट पीछे तारीफ
मांगें पर कभी एक चिप्स भी नहीं देंगे
कभी बिन मांगे सब कुछ दे देंगे
कभी गिरने पर हस कर उठाते
कभी खुद उठना सिखातेयार ये भाई ऐसे क्यों होते हैं
कभी बिना बात का झगड़ा करते
कभी बिना बात की बाते
हंसा हंसा कर रुला देते
रोते रोते हंसा देते
खाने की चीज तो 50-50 करते
लेकिन जिम्मेदारी सारी खुद उठा लेतेयार ये भाई ऐसे क्यों होते हैं
कभी अपनी प्लेट से खाना ना देते
कभी अपना हिस्सा का सब कुछ देते
बिना कहे मेरी हर बात समझते
और बातो बातो में जरूरी बात समझा जाते
परचाई बन साथ देते हैं
उन्गली पकड़ कर चलना सिखाते हैंयार ये भाई ऐसे क्यों होता है
बाप जैसा प्यार करेंगे और मा जैसी परवाह
हर जिम्मादारी को बखूबी निभाते हैं
मेरे चोट लगने पर उनको दर्द होता है
मेरी खुशी से उनको खुशी
मेरी परवाह ऐसे करेंगे जैसे हूं मैं कोई परी
उनके होना से हूं मेरी जिंदगी पूरीबड़े भाई ऐसे क्यों होते हैं
जो धूप से गुजर कर मुझे झाव देते है
जो काटो से गुजर कर मुझे गुलाब देता है
जो सौ धोकर खा कर मुझे सही रास्ता बातते है
जो हर पल मुझे जीना सिखातेहै
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भाई ऐसे क्यों होते हैं....😊❤️
. — Tanisha Sharma
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The words in this poetry are genuine feelings that I have for my brother and describe our relationship....we share a close bond. He is very protective, caring, sweet, and helpful....he supports every right decision of mine and guides me on the wrong one...blessed to have a brother like him...love you bhai😊❤️
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Poetry(Hindi)
PoetryThese are my self written poems ❤️ All these poems are close to my heart..as I have described my genuine feelings in words...open to suggestions__if any let me know 😊❤️🥰