अपना- पराया

6 0 0
                                    

कभी पराये युहि अपने हो जाते है कभी अपने परये हो जाते है ये जिन्दगी क खेल है मुझे पता है फिर भी , दुःख हुअ जब् कोइ अपन बनके आया पर अपनों को हि कर दिया पराया न अपना बचा न पराया रह गए सिर्फ हम फिर अपना- पराया का पाठ पढ़ते।

My opinion mattersWhere stories live. Discover now