इल्ली इल्ली कहां चली
उस सूखी डाली की तली
तू नीली तू हरी
तू पीली तू गिली
इस भरी बरसात में
कहां आ गई तू इधर
देख लेगा गौरैया राजा
बजा देगा वह तेरा बाजा
जा जा तू इधर ना
उस सूखी डाली पर ही छिप जा
जब होगी रात की बेला
चारों तरफ होगा अंधेरा
तब तू इधर चली आना
और अपनी जान बचाना
![](https://img.wattpad.com/cover/287577132-288-k605513.jpg)
आप पढ़ रहे हैं
KADAM ek se anant tak👣
Poetrythis are my own creation .every poem and song are written by me only.
इल्ली
इल्ली इल्ली कहां चली
उस सूखी डाली की तली
तू नीली तू हरी
तू पीली तू गिली
इस भरी बरसात में
कहां आ गई तू इधर
देख लेगा गौरैया राजा
बजा देगा वह तेरा बाजा
जा जा तू इधर ना
उस सूखी डाली पर ही छिप जा
जब होगी रात की बेला
चारों तरफ होगा अंधेरा
तब तू इधर चली आना
और अपनी जान बचाना