कोविड काल में सब अव्यवस्थित हो गया है पता नहीं अगली सुबह होगी या नहीं सब अनिश्चित है ऐसे में ईश्वर का शुकराना करते रहना ही जीवन है
जीवन जो जी सिया उसका शुक्रिया
कोविड काल में सब अव्यवस्थित हो गया है पता नहीं अगली सुबह होगी या नहीं सब अनिश्चित है ऐसे में ईश्वर का शुकराना करते रहना ही जीवन है
जीवन जो जी सिया उसका शुक्रिया