अनमोल उपहार शादी के एक साल बाद पति की मौत से सरस्वती समाज की नजरों में मनहूस बन गई. बेटे को भी मां का प्यार न दे सकी. पुत्रवधू को भी तो असामयिक मौत ही मिली पर उस ने ऐसा क्या किया जो सरस्वती को लोग सम्मानित नजरों से देखने लगे. ------------------------- स्वीकृति एक दिन परेशान हो कर विभू ने मां से गुजारिश की, 'अम्मां, काम वाली गई तो कम से कम घर के नौकरों में से किसी एक को कहो कि सब्जी कटवाने, आटा गूंधने में नीरा की मदद करे.' ------------------------ आभास शारदा ने कभी ससुराल में अपनी ननदों को अपना न समझा. हमेशा उन के और अपने बीच एक दूरी बनाए रखी. लेकिन आज वही ननदें उसे सगी बहन से भी ज्यादा अपनी लग रही थीं. आखिर क्यों? --------------------- माधवी माधवी की आंखों में रहरह कर सास का चेहरा घूमने लगा. उस ने अपनी सास के दोनों रूप देखे हैं. पहले हंस कर दिल से प्यार करने वाली मां का और फिर बिस्तर पर पड़ी एक असहाय बूढ़ी औरत का. ------------------- पतझड़