......भारत का पुजारी.....

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पत्थर जो है फेंका करते अपने देश गलियारे में ,
लाल किले पर लटका दो वह नहीं है वासी हमारे में , युवा देश का कोई अपना जब गीत देश विरोधी गाता है ,
खबरें सुनकर सचमुच या सिर शर्म से झुक जाता है , तो कोई भारतवासी अपना अन्न यहाँ का खाता है ,
जयकारा लगाने बोलो भारत का क्यों चुपचाप हो जाता है ,
तो कभी भारत का विद्रोह जब पाक पर तन जाता है, पाक को  प्रीति समझकर खुद कबीर सिंह बन जाता है ,
तो ऐसे लोगों का इस मंदिर में होना एक श्राप है ,
और जो भारत में रहकर भारत की जय ना बोले उनका भारत में रहना पाप है ,
क्योंकि जो लोग अपनी संस्कृति भूल अपने देश को बांटा करते हैं ,
और बेटे  निकम्मे में हो जाए तो चाटा मारा करते है ,
तो कोई श्रृंगार का गीत नहीं मैं बात एक बतलाता हूं ,  जो सोए हैं शेर भारत के उन शेरों को  जगाता हूं ,  क्योंकि इस धरती पर जन्म पाया मैंने में इसका आभारी हूं |
भारत मेरा मंदिर है , मै इसका पुजारी हूं ||

तो गुरुकुल की शिक्षा पाकर हमने सभी को माफ किया ,
पहले हम पत्ते पर लिखते आज हमने सभी का पत्ता साफ किया ,
तो ज्ञान की इसी गंगा में हम स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाएंगे ,
दुनिया देखती रह जाएगी हम सबको स्टैच्यू कर जाएंगे ,
तो कोई और अन्याय नहीं सरकार से यह फरियाद कर दो ,
जो देश से मांगे आजादी उनको दुनिया से आजाद कर दो ,
बात यह आबाद कर दो उनको तुम बर्बाद कर दो , देशद्रोही मार दे खुद को गोली ऐसे तुम हालात कर दो, तो एक बात बता दो मुझे हम यह क्यों संशोध लिए बैठे हैं ,
अरे पड़ोसी के बच्चों को क्यों हम गोद लिए बैठे हैं ,
तो एक बात मानो मेरी मेरे शब्दों को तुम सहेज दो , और जो भारत को अपने मां ना माने उन्हें तुम अनाथ आश्रम भेज दो ,
और इस मंदिर में बेटियों पर ना कोई अत्याचार हो ,
मां काली का रूप धरे बेटियां राक्षस के टुकड़े हजार हो ,
बात यह असरदार हो तुम खुद के पहरेदार हो ,
पापा की परी बाद में पहले पापा की तलवार हो ,
तो निर्भया के दोषियों को सजा डालो ना माफ करो , अरे गोली मारो सीने में यह अच्छा पहले साफ करो , क्योंकि फूल की हिफाजत जैसे कोई माली ही कर सकता है ,
और जो बेटियों की इज्जत नहीं कर सकता वह देश खाली कर सकता है ,
तो कोई श्रृंगार का गीत नहीं मैं बात एक बतलाता हूं ,  जो सोए हैं शेर भारत के उन शेरों को  जगाता हूं ,  क्योंकि इस धरती पर जन्म पाया मैंने में इसका आभारी हूं |
भारत मेरा मंदिर है , मै इसका पुजारी हूं ||

देश का पहिया चल रहा है दिल्ली की भागमभाग मे ,
कुछ लोग लगा रहे हैं दाग देश के दामन दाग में ,
धरने की दुकानें लग चुकी है नफरत की वहाँ आग है , विरोध की राजधानी बन चुका है जो अपना शाहिनबाग है ,
तो विरोध है तो कीजिए आप से कोई नहीं फरियाद है, देश की पुलिस पर फेंक रहे हो पत्थर आप इतने भी नहीं आजाद है ,
तो अपने आप को काबू में रखिए विरोध की भी कोई हद होती है ,
हिंदू मुस्लिम से भी ऊपर देशप्रेम की जिद्द होती है ,
तो बात यह मानिए, क्योंकि छोटे बच्चे हमेशा बड़ों की बात मानते हैं ,
हमारे साथ थोड़ा सहयोग कीजिए वरना हम असहयोग करना भी जानते है ,
तो कोई श्रृंगार का गीत नहीं मैं बात एक बतलाता हूं ,  जो सोए हैं शेर भारत के उन शेरों को  जगाता हूं ,  क्योंकि इस धरती पर जन्म पाया मैंने में इसका आभारी हूं |
भारत मेरा मंदिर है , मै इसका पुजारी हूं ||

मेहमान जब घर पर आए तब उनका स्वागत किया करते हैं ,
पुष्प,हार,कुमकुम ले नैवेद्य छुड़ाया करते हैं ,
पर कुछ लोगों ने हमारे देश में इस परंपरा को तोड़ दिया ,
और जब ट्रंप आए भारत में उन्होंने दंगे से दंगा जोड़ दिया ,
तो हाथ जोड़ समझा रहा मैं उन्हें अब नाटक अपना यह बंद करो ,
भारत को क्यों बदनाम कर रहे कभी तो भारत को तुम पसंद करो ,
क्योंकि जब मेहमान घर पर आए तब छोटे बच्चे भी झगड़ना बंद किया करते हैं ,
मेहमान के पास आकर मीठी बातें किया करते हैं , और फिर भी झगड़ना बंद ना हो तो क्या आरती उतारा करते हैं ,
फिर ले लाठी ले हाथ में उनको भी मारा करते हैं ,
तो कोई श्रृंगार का गीत नहीं मैं बात एक बतलाता हूं ,  जो सोए हैं शेर भारत के उन शेरों को  जगाता हूं ,  क्योंकि इस धरती पर जन्म पाया मैंने में इसका आभारी हूं |
भारत मेरा मंदिर है , मै इसका पुजारी हूं ||

देशभक्ति के नारों से सभी दिशाएं गूंज उठे ,
हर देशवासी बने देश भक्त देश भक्ति में व झूम उठे, तो हम एक से एक मिले और एक हो जाए ,
ना आए वतन पर कोई आंच हम देश की देखरेख हो जाए ,
तो विश्वास हमारा हो बुलंद देश भक्ति में ना कोई छूट हो ,
देश बने अपना सबसे प्रिय विश्वास हमारा यह अटूट हो ,
बात यह सत्य हो और मेहनत हमारी विशेष हो ,
सबके दिल में राम बसे भारत का श्री गणेश हो ,
तो कोई श्रृंगार का गीत नहीं मैं बात एक बतलाता हूं ,  जो सोए हैं शेर भारत के उन शेरों को  जगाता हूं ,  क्योंकि इस धरती पर जन्म पाया मैंने में इसका आभारी हूं |
भारत मेरा मंदिर है , मै इसका पुजारी हूं ||

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⏰ Last updated: Feb 29, 2020 ⏰

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