"कुछ यूं हुआ फैसला मेरे इश्क का
कि मुझे इश्क में तन्हाइयां मिली
और वो तन्हाइयों में भी तनहा ना रहे।जब जब चाहा हमने उन्हें ख्वाबों में देखना
तब तब नींद आंखों से कोसो दूर रही।थम रखी थी सांसे हमने उनके इंतजार में
क्या पता था दीदार के बाद उनके
वो सांस आखरी होगी।शुक्र खुदा का की दीदार उनका मुमकिन हुआ
बिना देखे मर जाते उन्हें तो अफसोस होता।मेरे इश्क का कर्ज था ये जो आज चुकता हुआ
ना अब कोई कर्ज रहा ना अब वो मेरे कर्जदार रहे।रुकसत करदो मुझे इस जहा से मैं अब थक चुकी हूं
मेरी रूह की अब बाकी कोई ख्वाहिश नही रही।राहत मिली है आज मुझे खाक में मिलकर
जिस्म राख हुआ है आज,
उम्र गुजरी है मेरी रूह को जलते जलते।***
Aj...
11/03/2024
3:12 AM
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How can I imagine my life without you💔
PoetryBroken pieces of my heart💔 These all poetry are written by me. Some of these i have already posted on my Facebook page" When you look into my eyes".