10 Years Ago
मुंबई का एक साधारण सा अनाथाश्रम।उस अनाथाश्रम में कई सारे बच्चे रहते हैं। वो, जिनकी उम्र कम और दुख ज्यादा हैं। उनके पास कोई नहीं है,जिनको वो अपना कह सके। अगर उनका कोई अपना है, तो वो है ये अनाथाश्रम और यहां के लोग।
पर उसकी किस्मत में तो मानो अपनापन जैसे लिखा ही ना हो। पैदा होते ही अपनी मां को खोया, फिर अपनी बड़ी बहन को, और आखिर में उसे भी खो दिया,जो उसके लिए उसका सबकुछ थे, वो थे उसके पापा। अपनों को खोने के इसी गम ने शायद उसे पागल बना दिया था, और इसी लिए शायद आज तक अनाथाश्रम में उसका एक भी दोस्त नहीं बना।
अपनी जिंदगी से खफा उदास सा वो एक कोने में बैठा हुआ था,कि तभी उसे garden की तरफ से एक आवाज आई, किसी लड़की के रोने की आवाज। वो उस तरफ जाता है और देखता है कि एक लड़की को अनाथाश्रम के कुछ शैतान बच्चों ने घेरा हुआ है। वो बार बार अपना bag उनसे लेने की कोशिश कर रही थी, पर सब उसे इधर से उधर बस दौड़ा रहे थे। उनमें से कोई भी उसे बेग देने के लिए agree नहीं था।
वीर उस लड़की को और उसकी expensive dress को देख कर समझ गया कि वो अनाथाश्रम से नहीं है। उसे याद आया कि ये वही लड़की है जो आज अनाथाश्रम में अपना birthday celebrate करने आई है।Girl:- 😭 please मुझे मेरा bag दे दो!
Raj:- अच्छा!!! Bag चाहिए। तो लो ये लो ले लो!
वो लड़की bag की तरफ बढ़ती है,कि तभी राज उस bag को गोले को pass कर देता है।
Gole:- अरे! ये बेग तो मेरे पास आ गया।( Laugh loudly and then all except the girl)
Girl:-😥 देखो! Please 🙏 मुझे मेरा bag दे दो। तुम सब ऐसा क्यों कर रहे हो? आखिर क्या चाहिए तुम लोगों को?
Priya:- Entertainment 😈, मजा।
Samar:- वो क्या है ना, तुम्हारी ये रौंदू शक्ल देख कर के हमें ना बड़ा मज़ा आ रहा है।
Raj:- यही तो है हमारा entertainment! आश्रम में सारे बच्चों को ऐसे ही परेशान करते हैं।
Gole:- वो परेशान होते रहते हैं और हमारा entertainment होता रहता है।
Girl:- तुम सब बहुत बुरे हो। मैं uncle से तुम्हारी शिकायत करुंगी। मुझे मेरा bag दे दो।😡😭
Priya:- हां तो मना कौन कर रहा है? लो, ले लो bag.
प्रिया bag आगे करती है। वो लड़की bag की तरफ बढ़ती है कि तभी मीरा उसे Kick कर देती है। प्रिया आगे से हट जाती है। The girl is about to fall, पर तभी वीर वहां आ जाता है और उस लड़की को संभाल लेता है और कीचड़ में गिरने से बचा लेता है।
Veer:- (to kids) भैया! Please ऐसा मत कीजिए।आप इसे परेशान मत कीजिए।🥺
Meera:- 😡अबे ए खाली डिब्बे!तू हमें order दे रहा है? इतनी हिम्मत हो गई है तेरी?
Priya:- पता है ना कि क्या हाल कर सकते हैं हम तेरा! 👿
Veer:- (scared) 😥 मेरा वो मतलब नहीं था। मैं तो बस request कर रहा था।आप please इसे इसका bag लौटा दीजिए ना। जो करना है, मुझे कह दीजिए, मैं सब कर दूंगा। वैसे भी रोज यही तो करता हूं मैं।
Raj:- अहसान जता रहा है हम पर? खैर! चल छोड़, माफ़ किया,तुझे भी और (looking at that girl) इसे भी।
Gole:- (to Veer) कर दी ना हमारे पालतू कुत्ते वाली बात!😏
Priya:- अरे गोले! ये हमारा पालतू कुत्ता ही तो है, पालतू कुत्ते वाली बात तो करेगा ही ना।
Raj:- चल ठीक है! मान ली तेरी बात।(looking at girl) वैसे मानना पड़ेगा! बहुत lucky है तू, वरना हमसे बचना इतना आसान नहीं है।
Then they throw the bag towards girl. She catches the bag.
Veer:- (to girl) तुम जाओ। और हां! इनकी बातों का बुरा मत मानना। और यहां जो हुआ, वो भी किसी को मत बताना, वरना इन्हें बहुत डांट पड़ेगी। और मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से किसी को भी डांट पड़े।
वो लड़की जाने लगती है,पर कुछ दूर तक चलकर रुक जाती है और पीछे मुड़कर देखती है।
TO BE CONTINUED......
Next part will come soon. तब तक story enjoy कीजिए। अच्छी लगे तो वोट कीजिए और comments में बताइए कि इस part पर आपका views क्या है।
YOU ARE READING
EK WAADA
Short StoryDo friends aur ek waada, jo unki friendship ko special banata tha. Trust me guys, ye story aapko rula degi.