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कशमकश Dilemmaprzez Dr.Lalit Singh Rajpurohit
रात के चार बज रहे थे, मोमबत्ती जलकर बुझ चुकी थी। उसका नारीवाद भी अब उस मोमबत्ती की तरह जलकर पिघल चुका था। कायरा की ऑंखों में दूर-दूर तक नींद नहीं थी। वह तुलना कर रही थ...
Ukończone
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प्रेमचंद (लघु कथाएँ)przez Indian Literary Classics
कालजयी कथानायक मुंशी प्रेमचंद के नाम व रचनाओं से कोई अनभिज्ञ नहीं है। उनकी कथाएँ जनमानस व समाज की वास्तविकता का सटीक दिग्दर्शन कराती हैं एवं हर वर्ग की पीड़ा की यथार्थ छव...
Ukończone
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कथा - "जमानाका कुरा"przez KantipathNews
राम राम राम ! परेवाको भाउ तीनसय । के जमाना आए ? चार रुपैयाँ जोडी परेवा बेच्ने मै हुँ । बिहान बिहान वरिपरि टोलका मान्छे टोलभित्र कसैका पनि घरमा आगो ताप्दै चिया गफ गर्न...
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मंटो के अफ़सानेprzez Indian Literary Classics
सआदत हसन मंटो एक ऐसे उर्दू लेखक हैं जिन्होंने हिन्दुस्तान व अपनी सदी के साहित्यिक इतिहास का रुख ऐसी ओर मोड़ा, जिसकी परिकल्पना करना आज भी कठिन है। हिन्दुस्तान के बंटवारे स...