कलयुग ने माया रचाई (गीत)

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कलयुग ने माया रचाई
कन्हैया अब तो बचाले
कलयुग ने माया रचाई
कन्हैया अब तो बचाले

अब तो बचाले -अब तो बचाले 2

घर घर में फैली बुराई
कन्हैया अब तो बचाले
अब तो बचाले -अब तो बचाले
कलयुग ने माया रचाई
कन्हैया अब तो बचाले

मात् की माने ना तात् की माने
धन दौलत में हुए दीवाने
हर चेहरे पर सो सो चेहरे
अपनों से ही ये अनजाने
अपनों से ही ये अनजानी 2

भाई की भाई से लड़ाई
कन्हैया अब तो बचाले
कलयुग ने माया रचाई
कन्हैया अब तो बचाले

कलयुग ने माया रचाई
कन्हैया अब तो बचाले

ना दौलत ना माल खजाना
सब कुछ यहीं पड़ा रहजाना
बस नेकी तेरे साथ चलेगी
और नहीं कुछ साथ में जाना 2

छोड़ दे ये पाप की कमाई
कन्हैया अब तो बचाले
कलयुग ने माया रचाई
कन्हैया अब तो बचाले

स्वार्थ के सब संगी साथी
पल दो पल के ये बाराती
किस पल तन धोखा दे जाए
खाली रह जाएगी काठी 2

क्यों है अकल बौराई
कन्हैया अब तो बचा ले
कलयुग ने माया रचाई
कन्हैया अब तो बचाले
                   By RS Goyal
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आहत भोपाली

क्यों है अकल बौराई कन्हैया अब तो बचा लेकलयुग ने माया रचाई कन्हैया अब तो बचाले                   By RS GoyalThanks for reading Please vote & comment And like my Facebook pageआहत भोपाली

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श्री कृष्णWhere stories live. Discover now