थोड़ा घर का काम करके,
आसपास के सारे दोस्त ,
शाम को फिर से इकट्ठा हुआ करते थे।
फिर मिलकर हम,
बहुत से मैदानी खेल खेला करते थे।फिर रात को, घर वालों की डांट सुनकर,
हम वापस आया करते थे
मॉडर्नाइजेशन से तब हम,
बहुत दूर हुआ करते थे
लेकिन फिर भी,
हम सब बहुत खुश हुआ करते थे ।
~पूनम शर्मा
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कुछ पुरानी बातें
Randomइस किताब में आसपास की कुछ ऐसी चीज़ें ,जो अब बदल गई हैं, उनके बारे में बताने की एक छोटी सी कोशिश की गई है, आपकी इस प्यारी सी बेटी पूनम शर्मा के द्वारा। तो कृपया अपना प्यार मुझपर बनाए रखें और मेरी कहानियों और कविताओं पर भी धन्यवाद