- छोटी-छोटी बातें Ongoing
- Reads 44
- Votes 2
- Parts 1
फेसबुक की वाल पर नित एक नया भाव एक नई संवेदना एक टीस...एक आह... और उससे उपजा एक संवाद.......... ------अ न व र सु है ल --- - नीला हाथी / NEELA HAATHI Complete
- Reads 436
- Votes 1
- Parts 1
how the religion got defeat by blind faith of people and thus a new faith-factory runs in society - आधा-अधूरा Complete
- Reads 313
- Votes 5
- Parts 1
पढ़े-अनपढ़े ------------------------ आह ये भारत की दीन-हीन दरिद्र भाषाओं में लिखने वाले जाने क्या समझते खुद को भीड़ के आगे मशाल लेके चलने वाले रहनुमा उन्हें ज्ञात हो जाए अब भीड़ ने अपना रहनुमा खोज लिया है उनके रहनुमा बने रहने के दिन लद गये और इतने बरस सिर्फ लिखकर, छपकर उन्होंने इकट्ठा ही किया है कूड़ा कितने कम हैं सिरफिरे पाठक उनके कि जिनकी किताबों के प्रथम संस्करण की छपती हैं सिर्फ पांच सौ प्रतियाँ यदि नहीं लगे कोर्स-वोर्स में तो फिर दूसरा संस्करण छाप नहीं पाते प्रकाशक.. आह ये लिखकर, छपकर पुरुस्कृत हुए लेखक जीते हैं इस भरम में कि बो रहे हैं पाठकों के ज़रिये आम-जन में विसंगतियों के विरुद्ध प्रतिरोध, असहमति के बीज क्या उन्हें मालूम नहीं कि सत्ता और सेठ, देखते किस रूप में कि किस्सा लिखना, कविताई करना नहीं है कोई ऐसा काम जिससे हिल जाए यथा-स्थिति के सिंहासन के पाये... लाखों लेखकों के - 'पहचान': वर्चस्व की राजनीति में पहचान की लड़ाई Complete
- Reads 123
- Votes 1
- Parts 1
अनवर सुहैल का ताजा उपन्यास ’पहचान’ इस अर्थ में विशिष्ट रचना है कि यह बदलती परिस्थितियों के संदर्भ में अपने आसपास हो रहे परिवर्तनों को नए कोण और नई संवेदना से देखने का विवेक प्रस्तुत करता है। परिवर्तन यानी एक लय में चलती आ रही जिंदगी में कुछ नया अदेख अबूझा घटित हो जाना। - गहरी जड़ें / GAHRI JADEN Complete
- Reads 223
- Votes 2
- Parts 1
the roots of Indian Muslims are deeply engraved in Indian land but always they have to prove their nationality and faith in india...anwar suhail described this phenomena in these fictions - orkutian : اركٹين : انور سہیل Complete
- Reads 292
- Votes 4
- Parts 1
urdu story based on cyber entry in our personnel relations - DO KAVITA : ANWAR SUHAIL Complete
- Reads 191
- Votes 3
- Parts 1
my first e-book in wattpad - ग्यारह सितम्बर के बाद Complete
- Reads 789
- Votes 9
- Parts 1
short story based on the threat in indian muslim after 9/11 - बिलौटी Complete
- Reads 152
- Votes 3
- Parts 1
बिलौटी अनवर सुहैल बिलौटी ठेकेदारिन साइकिल से उतरी। साइकिल स्टैंड पर लगा, सीधे परसाद पान गुमटी पर आर्इ। परसाद का गतिषील हाथ क्षण भर का ठिठका। गुमटी के सामने खड़े अन्य लोगों का ध्यान बंटा। रामभरोसे हिंदू होटल, धरम ढाबा, ममदू नार्इ की गुमटी और बस-स्टैंड के आस-पास बिखरे लोग सजग हुए। परसाद ने पान का बीड़ा बिलौटी की तरफ बढ़ाया। बिलौटी पान लेकर बड़ी नफ़ासत से उसे एक गाल के सुपुर्द किया और खुली हथेली परसाद की तरफ बढ़ा दी। परसाद ने अख़बार के टुकड़े पर सादी पत्ती, तीन सौ चौंसठ, चमन बहार और सुपारी के चंद क़तरे रखकर बिलौटी की तरफ पेष किया। पान की एक टूटी डंडी में चूना चिपका कर आगे बढ़ाया। बिलौटी ने बड़े इत्मीनान से तंबाकू-ज़र्दा फांक कर चूना चाटते हुए एक रूपए का सिक्का गुमटी में बिछे लाल कपड़े पर उछाला। फिर सधे क़दमों से साइकिल की तरफ़ बढ़ गर्इ। बिलौटी के पैरों में जूता- - samiksha pehchan by zahid khan Complete
- Reads 204
- Votes 1
- Parts 1
hindi critic zahid khan has critisized my novel pehchan which was published in shesh quarterly - after 9/11 (ग्यारह सितम्बर के बाद ) Complete
- Reads 178
- Votes 3
- Parts 1
after 9/11 activity the entire muslim society got feared. espacialy in middle east, india and pakistan. the fiction based on the situation and sentiments of indian muslims - novel pehchan Complete
- Reads 896
- Votes 7
- Parts 1
hindi novel pehchan is based on identity crisis in indian muslims and also after 9/11 & godhra-kaand...
You are seeing 12 of 12 results