65. Shabd

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शब्द रचना, शब्द सागर, शब्द ही में ज्ञान है,शब्द अनसुलझी पहेली, शब्द ही सारांश है|शब्द ही से कवी, लेखक और रचनाकार है,शब्द से मन के विचार, शब्द ही से शिष्टचार है|

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शब्द रचना, शब्द सागर, शब्द ही में ज्ञान है,
शब्द अनसुलझी पहेली, शब्द ही सारांश है|
शब्द ही से कवी, लेखक और रचनाकार है,
शब्द से मन के विचार, शब्द ही से शिष्टचार है|

शब्द ही है ढाल जैसा, शब्द ही तलवार है,
शब्द है रक्षक कहीं तो, शब्द ही से वार है|
शब्द जीते दिल कभी तो, शब्द ही तोडे़ इसे,
शब्द ही दे घाव गहरे, शब्द ही मरहम करे|

जीवन में शब्दों का देखो, कैसा मायाजाल है
कहीं बन प्रेरणा बरसे, कहीं ये प्रहार है|
पहले तोल फिर बोल कह गए साधु, संत, सयाने हैं,
फिर क्यों आज इस बात से हम तुम सब बने अनजाने हैं?
फिर क्यों आज इस बात से हम तुम सब बने अनजाने हैं?

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Hey Amazing Pals!

Be it readers or writers, we all love to be lost in the world of words.

SHABD  NAHIN TO ZINDAGI KHAMOSH HAI!
SHABD HAI TO ZINDAGI MEIN SHOR HAI!
SHABD NAHIN TO EK LEKHAK BEJAAN HAI!
SHABD HI TO LEKHAK KI PEHCHAAN HAI!

My dedication to UNFATHOMABLE AND AMBIGUOUS....... *WORDS*

Gypsy's Inner MirageWhere stories live. Discover now